अरे मर गए मर गए फ़ोकट मे हम
कोई तोह हमको लियो बचे
ऐसा तीर चला मेरे दिल पर,
जिसकी मार सही ना जाय..
दिल की बात अटक गयी दिल मे
मुह से हाय कही ना जाय
तेरे नैन पे कविता लिखे
कलम टूट के रह रह जाय
तेरी ज़ुल्फ़ की बात चले तो
बिन बादल बरखा हो जाय
ऐसा तीर चला मेरे दिल पर
जिसकी मार सही ना जाय
गोरियो..
अरे मर गए मर गए फ़ोकट मे हम
कोई तो हमको लियो बचे
तेरी चाल की क्या मिसाल दे हिरनी नागिन भी शर्माय
मेरे दिल पे गिरी बिजलिया कमर पे जब छोटी लहराय
तेरी रूप की धुप के आगे दर्पण भी टुकड़े हो जाय
तेरे बदन की महक से गोरी चन्दन भी फीका पद जाय
ऐसा तीर चला मेरे दिल पर
जिसकी मार सही ना जाय
गोरियो..
अरे मर गए मर गए फ़ोकट मे हम
कोई तो हमको लियो बचे
कलियो की है तू शहज़ादी फूलो की मल्लिका कहलाय
हर एक चमन मे चर्चा तेरा हर भवरा तेरे गू गाय
जितनी भी तरीद करे हम उतनी ही कम पड़ती जाय
अब तोह अंग लगा ले मुझको मेरा जनम सफल हो जाय
ऐसा तीर चला मेरे दिल पर
जिसकी मार सही ना जाय
छोरे ओह
अरे मर गए मर गए फ़ोकट मे हम
कोई तो हमको लियो बचे
तेरी मीठी बाते सुनकर धीरो मिसरी घुल घुल जाय
मै दीवानी हो गयी तेरी तुने मुझको दिया फसाय
तेरी मीठी बाते सुनकर धीरो मिसरी घुल घुल जाय
छोरे ओह
प्रेम डगर काटो से भरी है हम देते है तुझे बताय
प्यार के रस्ते पे ले जाके कही तू हमको भूल ना जाय..
हाय ये तुने क्या कह डाला प्राण जाए पर वचन ना जाय
एक जनम की बात छोड़ तू देगे सातो जनम निभाय
अब तो अंग लगा ले मुझको मेरा जनम सफल हो जाय..
ऐसा तीर चला मेरे दिल पर
जिसकी मार सही ना जाय
गोरियो...
छोरे हो...
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